अपनी सुगन्ध में तड़पता छोड़ जाने कहाँ चली गयी सूरज में प्रकाश नही। अपनी सुगन्ध में तड़पता छोड़ जाने कहाँ चली गयी सूरज में प्रकाश नही।
वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर. वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर...
जिनके वैलेंटाइन में यादों के अलावा कुछ न हो, उनकी खातिर... जिनके वैलेंटाइन में यादों के अलावा कुछ न हो, उनकी खातिर...
आइये खाना ले जाइए और रमिया बच्चों को ले आवाज की दिशा में दौड़ पड़ी। आइये खाना ले जाइए और रमिया बच्चों को ले आवाज की दिशा में दौड़ पड़ी।
आंसू क्या ? जाने इस दर्द को वो तो बहता ही रहता है। आंसू क्या ? जाने इस दर्द को वो तो बहता ही रहता है।
अतीत को भूलने की बात तुम भी करते हो पर हर घड़ी अतीत में लौटने की चाह पुरवइया सी मचलती होगी … अतीत को भूलने की बात तुम भी करते हो पर हर घड़ी अतीत में लौटने की चाह पुरवइया सी...